आज के ताज़ा इंदौर मंडी प्याज भाव: क्वालिटी-वाइज़ अपडेट
आज मंडी में प्याज का रेट ₹700 से ₹1450 प्रति क्विंटल (₹7.00–₹14.50/kg) तक रहा। कमजोर/डैमेज व कैप्सूल साइज प्याज सस्ता बिका, जबकि मीडियम-गोला और फुल साइज अच्छी क्वालिटी को बेहतर दाम मिले।
| क्वालिटी/विवरण | भाव (₹/क्विंटल) | दर (₹/किलो) | विशेष जानकारी |
|---|---|---|---|
|
कमजोर क्वालिटी सिंगल पत्ती, हल्का डैमेज | 900 | 9.00 | हल्का/मिश्रित माल, डैमेज मौजूद |
| मीडियम गोला (मिक्स) | 1205 – 1250 | 12.00 – 12.50 | हल्की “मिस” समस्या |
| पीली पत्ती | 1300 – 1310 | 13.00 – 13.10 | पूरी तरह पीली पत्ती माल |
| कैप्सूल साइज | 700 – 750 | 7.00 – 7.50 | छोटा आकार, मिक्स क्वालिटी |
| फुल साइज (अच्छी क्वालिटी) | 1400 – 1450 | 14.00 – 14.50 | अच्छा गोला, हल्की मिस समस्या |
| लो/हाई आउटलाईयर्स (रिकॉर्डेड) | 100 (कुछ लॉट) | 1100 | 1205 | 131 | 1.00 | 11.00 | 12.05 | 1.31 | बहुत हल्का/खराब या मिस-क्वालिटी, बातचीत के क्लिप से |
किसानों के लिए सुझाव
- मंडी लाने से पहले प्याज को ग्रेडिंग/छंटाई कर लें—डैमेज व कैप्सूल साइज अलग रखें।
- मीडियम-गोला और साफ माल को अलग दिखाएं—इनको बेहतर दाम मिल रहे हैं।
- नमी और पीली पत्ती से बचाने हेतु सूखी, हवादार बोरी/कट्टे का उपयोग करें।

बांग्लादेश प्याज निर्यात: ताज़ा खबर और किसानों पर असर
भारत से बांग्लादेश को प्याज का निर्यात लगातार चर्चा में बना हुआ है। हाल ही में केंद्र सरकार ने निर्यात को लेकर नई शर्तें तय की हैं, जिसके बाद मंडियों और किसानों दोनों पर सीधा असर देखने को मिल रहा है।
बांग्लादेश को प्याज निर्यात की ताज़ा स्थिति
- सरकार ने निर्यात पर पहले से लगी पाबंदियों में आंशिक राहत दी है।
- प्याज निर्यात केवल एनएमसीसी (Nafed/ NCCF) और ट्रांसपोर्ट एजेंसियों के माध्यम से ही होगा।
- निर्यात का कोटा सीमित रखा गया है ताकि घरेलू बाजार में कीमतें नियंत्रित रहें।
- महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और गुजरात की प्रमुख मंडियों से प्याज बांग्लादेश भेजा जा रहा है।
मंडियों में कीमतों पर असर
प्याज निर्यात की अनुमति मिलते ही मंडियों में भावों में तेजी दर्ज की गई है। मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र की कई मंडियों में किसानों को पहले की तुलना में बेहतर दाम मिल रहे हैं। किसान भाइयों सरकार ने बांग्लादेश प्याज निर्यात तो चालू करा है, लेकिन बहुत ही सीमित मात्रा में कर रही है इसलिए मंडी में देखा जाए तो पिछले एक सप्ताह में हल्की तेजी तो बनी हुई है लेकिन आवक बहुत ज्यादा होने से और निर्यात की मात्रा बहुत कम होने से ज्यादा विशेष साप्ताहिक तेजी देखने को नहीं मिल रही है। मंडी में किसी दिन भाव थोड़ा ऊपर हो जाता है तो किसी दिन थोड़े डाउन चला जात है। कुल मिलाकर प्याज का भविष्य पूरी तरीके से सरकार की नीतियों पर टिका हुआ है किसान और फसल से जुड़े हुए हर खबर सटीक और सही जानने के लिए हमारी वेबसाइट पर बने रहिए हमारे व्हाट्सएप ग्रुप पर जुड़िए हमारी पोस्ट को शेयर करिए अन्य किसानों में ताकि हम किसान हित में आगे भी जरूरी जानकारी प्रदान करते रहे।
| राज्य/जिला | वर्तमान औसत भाव (₹/क्विंटल) | पिछला भाव (₹/क्विंटल) | परिवर्तन |
|---|---|---|---|
| इंदौर (म.प्र.) | 1000 – 1511 | 800 – 950 | +200 |
| नासिक (महा.) | 1200 – 1500 | 950 – 1100 | +250 |
| उज्जैन (म.प्र.) | 950 – 1450 | 750 – 900 | +200 |
| राजगढ़ (म.प्र.) | 900 – 1350 | 700 – 850 | +180 |
किसानों के लिए अवसर
- मंडियों में प्याज की मांग बढ़ी है।
- बांग्लादेशी बाजार में भारतीय प्याज की खपत लगातार मजबूत है।
- सीजन के हिसाब से आने वाले महीनों में किसानों को अतिरिक्त लाभ मिलने की उम्मीद है।
सरकार की निगरानी
- निर्यात पर कोटा सिस्टम रहेगा।
- घरेलू बाजार में प्याज की आपूर्ति और दाम की स्थिति पर लगातार नज़र रखी जाएगी।
निष्कर्ष
बांग्लादेश को प्याज निर्यात से किसानों को राहत मिली है और मंडियों में रौनक लौट आई है। हालांकि, सरकार की नीतियों और अंतरराष्ट्रीय मांग के हिसाब से आने वाले दिनों में स्थिति बदल सकती है। किसानों को सलाह है कि वे मंडी भाव पर लगातार नज़र रखें और सही समय पर बिक्री करें।









