नीमच मंडी लहसुन के भाव में तेजी, गेहूं 3 हजार से नीचे

कृषि मंडियों में इस समय लहसुन और गेहूं दोनों के भावों में हलचल देखी जा रही है। जहां लहसुन के दामों में लगातार तेजी का दौर जारी है, वहीं गेहूं के दाम 3 हजार रुपए क्विंटल से नीचे आ गए हैं। किसान और व्यापारी दोनों ही इन उतार-चढ़ावों पर नज़र बनाए हुए हैं। आइए जानते हैं मंडियों से ताज़ा भाव और आवक की पूरी रिपोर्ट।

लहसुन के भाव में इस समय जबरदस्त तेजी देखने को मिल रही है। सप्ताहभर पहले तक जो लहसुन 12 से 15 हजार रुपए क्विंटल के बीच बिक रहा था, वह अब बढ़कर 18 हजार रुपए क्विंटल तक पहुंच गया है। हल्की क्वालिटी वाला लहसुन, जिसका न्यूनतम भाव 3 से 4 हजार रुपए क्विंटल था, बुधवार को 1 हजार रुपए की तेजी के साथ 5100 रुपए क्विंटल में नीलाम हुआ।

व्यापारियों का कहना है कि मांग बढ़ने और किसानों द्वारा अच्छी क्वालिटी का लहसुन मंडी में लाने के कारण भाव में तेजी आई है। आगे भी उतार-चढ़ाव के बीच तेजी जारी रहने की संभावना है। बारिश के बावजूद कृषि मंडी में आवक अच्छी बनी हुई है। 4 दिन के अवकाश के बाद जब मंडी शुरू हुई तो 18 अगस्त से आवक 35 हजार बोरी से ज्यादा रही है। शुक्रवार को भी कुल आवक 36,561 बोरी रही, जिसमें सबसे ज्यादा आवक लहसुन की रही।

चंगेरा-डूंगलावदा स्थित नवीन अतिरिक्त मंडी परिसर में लहसुन की नीलामी चार शेड में चल रही है। आवक अधिक रहने के बावजूद भाव में तेजी का दौर कायम है। न्यूनतम भाव लंबे समय से 4 हजार रुपए क्विंटल से नीचे थे, लेकिन अब 1 हजार की उछाल के साथ 5100 रुपए क्विंटल तक पहुंच गए हैं। वहीं मॉडल भाव लगातार 9 हजार रुपए क्विंटल के आसपास बने हुए हैं।

नीमच मंडी भाव – लहसुन (Garlic Rate)

तारीखन्यूनतम भाव (₹/क्विंटल)अधिकतम भाव (₹/क्विंटल)
22 अगस्त510018000
21 अगस्त415018000
20 अगस्त415013400
19 अगस्त410014600
18 अगस्त380013810
17 अगस्त375012100

गेहूं के भाव (Wheat Rate)

गेहूं के दामों में इस समय ज्यादा तेजी-गिरावट देखने को नहीं मिल रही है। हालांकि लंबे समय बाद गेहूं के अधिकतम भाव 3 हजार रुपए क्विंटल से नीचे आकर 2980 रुपए क्विंटल पर रहे। न्यूनतम भाव 2400 से 2500 रुपए क्विंटल के बीच दर्ज किए गए हैं।

फसलन्यूनतम भाव (₹/क्विंटल)अधिकतम भाव (₹/क्विंटल)
गेहूं2400 – 25002980

निष्कर्ष

कुल मिलाकर लहसुन के भाव में लगातार तेजी देखने को मिल रही है, जबकि गेहूं के दाम स्थिरता की ओर हैं और 3 हजार रुपए से नीचे बने हुए हैं। आने वाले दिनों में मांग और आवक की स्थिति के आधार पर दोनों ही फसलों के दामों में बदलाव संभव है। किसानों और व्यापारियों को सलाह है कि वे मंडी रेट्स की ताज़ा जानकारी पर ध्यान रखें और उसी के अनुसार खरीद-बिक्री करें।

नोट: मंडी भाव स्थान, गुणवत्ता और मांग-आपूर्ति के आधार पर बदल सकते हैं।