वर्तमान मौसम की स्थिति और सिनॉप्टिक मौसमी परिस्थितियाँ
05 जुलाई 2025 के आंकड़ों के अनुसार
वर्तमान में मानसून ट्रफ रेखा समुद्र तल पर श्रीगंगानगर, भिवानी, आगरा, बांदा, डेहरी, पुरीलिया, कोलकाता होते हुए पूर्व-दक्षिणपूर्व दिशा में उत्तर-पूर्वी बंगाल की खाड़ी तक विस्तृत है।
एक चक्रवाती परिसंचरण पूर्वी मध्य प्रदेश एवं निकटवर्ती क्षेत्रों में समुद्र तल से 1.5 किलोमीटर की ऊँचाई पर सक्रिय है।
ऊपरी हवा में एक चक्रवाती परिसंचरण गंगीय पश्चिम बंगाल के उत्तरी भागों एवं निकटवर्ती क्षेत्रों में समुद्र तल से 7.6 किलोमीटर की ऊँचाई पर सक्रिय है और यह ऊँचाई के साथ दक्षिण-पश्चिम दिशा की ओर झुका हुआ है। इसके प्रभाव से अगले 24 घंटों के भीतर गंगीय पश्चिम बंगाल एवं निकटवर्ती क्षेत्रों में एक निम्न दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है।
एक ट्रफ (द्रोणिका) उत्तर-पूर्वी अरब सागर से होकर, उत्तर गुजरात, उत्तर मध्य प्रदेश, दक्षिण-पूर्वी उत्तर प्रदेश, झारखंड से होते हुए गंगीय पश्चिम बंगाल के उत्तरी भागों एवं निकटवर्ती क्षेत्रों में बने चक्रवाती परिसंचरण तक समुद्र तल से 3.1 किलोमीटर से 5.8 किलोमीटर की ऊँचाई तक विस्तृत है और यह ऊँचाई के साथ दक्षिण दिशा की ओर झुकी हुई है। मौसम अलर्ट मध्यप्रदेश | आज का मध्यप्रदेश मौसम पूर्वानुमान
आज का मौसम पूर्वानुमान मध्यप्रदेश
Download PDFमौसम विभाग की चेतावनी (IMD Alerts)
मध्य प्रदेश के कई जिलों में भारी से अत्यधिक भारी वर्षा एवं झंझावात (तूफान) की संभावना है। कुछ क्षेत्रों में 30-40 किमी/घंटा की तेज़ हवाएँ चलने तथा फ्लैश फ्लड (अचानक बाढ़) का खतरा बना हुआ है। नागरिकों से अनुरोध है कि वे सतर्क रहें एवं आवश्यक सावधानियाँ बरतें।
मध्यप्रदेश मौसम पूर्वानुमान : जिलेवार
🌧️ वर्षा व मौसम चेतावनी (अगले 24 घंटों के लिए)
📅 जारी तिथि: 05 जुलाई 2025
🚨 अत्यधिक भारी वर्षा
- प्रभावित जिले: कटनी, मंडला
- संभावित मौसम घटनाएँ: तेज गर्जन-चमक और वज्रपात के साथ अत्यधिक भारी वर्षा
🌧️ अति भारी वर्षा
- प्रभावित जिले: सतना, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, डिंडोरी, जबलपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, पन्ना, दमोह, मैहर
- संभावित मौसम घटनाएँ: तेज गर्जन-चमक और वज्रपात के साथ अति भारी वर्षा
🌪️ अति भारी वर्षा + तेज हवाएँ
- प्रभावित जिले: शिवपुरी, श्योपुरकलां
- संभावित मौसम घटनाएँ: वज्रपात, तेज झोंकों के साथ हवाएँ (30-40 किमी/घंटा)
🌧️ भारी वर्षा + तेज हवाएँ
- प्रभावित जिले: मुरैना, ग्वालियर, दतिया
- संभावित मौसम घटनाएँ: गर्जन-चमक, वज्रपात, हवाएँ (30-40 किमी/घंटा)
🌧️ भारी वर्षा
- प्रभावित जिले: विदिशा, रायसेन, सीहोर, नर्मदापुरम, बैतूल, गुना, अशोकनगर, सिंगरौली, सीधी, रीवा, मऊगंज, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़, पांढुर्ना
- संभावित मौसम घटनाएँ: वज्रपात के साथ भारी वर्षा
🌩️ गर्जन-चमक के साथ वर्षा
- प्रभावित जिला: निवाड़ी
- संभावित मौसम घटनाएँ: हल्की वर्षा संभावित
💨 तेज हवाएँ और गर्जन-चमक
- प्रभावित जिले: भोपाल, राजगढ़, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, खरगौन, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, इंदौर, रतलाम, उज्जैन, देवास, शाजापुर, आगर, मंदसौर, नीमच, भिंड
- संभावित मौसम घटनाएँ: हवाएँ 30-40 किमी/घंटा
⚠️ अचानक बाढ़ (Flash Flood Risk) का क्षेत्रीय पूर्वानुमान
🕑 अवधि: अगले 24 घंटे
| क्षेत्र | उच्च जोखिम वाले जिले |
|---|---|
| पूर्वी मध्य प्रदेश | अनूपपुर, बालाघाट, छतरपुर, छिंदवाड़ा, दमोह, डिंडोरी, जबलपुर, कटनी, मंडला, नरसिंहपुर, पन्ना, रीवा, सागर, सिवनी, शहडोल, सीधी, सिंगरौली, टीकमगढ़, उमरिया |
| पश्चिमी मध्य प्रदेश | अशोकनगर, गुना, रायसेन, राजगढ़, श्योपुर, शिवपुरी, विदिशा |
उपरोक्त जानकारी मौसम केंद्र भोपाल द्वारा प्रसारित आंकड़ों के आधार पर है |
सुझाये गए कार्य –
- भारी वर्षा के कारण दृश्यता कम हो सकती है, जिससे सड़क और हवाई यातायात प्रभावित हो सकता है।
- निचले इलाकों, जिनमें सड़कें और अंडरपास शामिल हैं, में जलभराव की संभावना है, जिससे यातायात जाम और देरी हो सकती है।
- भारी वर्षा से जमा हुआ पानी जलजनित रोगों के खतरे को बढ़ा सकता है।
- झोंकेदार तेज़ हवाओं के कारण उड़ने वाला मलबा और कम दृश्यता हो सकती है, जिससे यात्रा और परिवहन प्रभावित हो सकते हैं। यदि संभव हो तो यात्रा करने से बचें।
- परिवहन सुरक्षा सहित निकासी के तरीके के बारे में पहले से योजना बना लें। वाहन धीरे चलाएँ और स्टीयरिंग व्हील को मजबूती से पकड़ें, पुलों और ऊँची खुली सड़कों से बचें।
- मचान (फैन्सिंग) और निर्माण स्थलों से दूर रहें। ऊँचे या खुले इलाकों में न जाएँ। खुले खेतों और बाहरी गतिविधियों के दौरान बिजली गिरने का खतरा बना रहता है।
- पेड़, बिजली के खंभे, आवासीय शेड और कमजोर संरचनाओं को नुकसान पहुंचने की संभावना है। आंधी-तूफान के दौरान खुले खेतों में कार्य करने से बचें।
- गरज-चमक के दौरान घर के अंदर रहें, खिड़कियाँ और दरवाजे बंद करें और यदि संभव हो तो यात्रा से बचें।
- आपातकालीन किट में आवश्यक वस्तुएं जैसे कि ज़्यादा खराब न होने वाला भोजन, पानी, दवाइयां, टॉर्च, बैटरी और प्राथमिक चिकित्सा किट रखें।
- सुरक्षित आवास लें; पेड़ों के नीचे शरण न लें तथा तूफान के दौरान जल निकास से तुरंत बाहर निकलें। पेड़ों और बिजली की तारों से दूर रहें।
- कंटीली झाड़ियों के पास न लेटें और कंटीली दीवारों का सहारा न लें। इलेक्ट्रिकल/इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के प्लग निकाल दें एवं उन सभी वस्तुओं से दूर रहें जो बिजली का संचालन करती हैं।
- पशुओं का विशेष ध्यान रखें, सभी जानवरों को रात के दौरान विशेष रूप से संरक्षित और सुरक्षित पशुशाला में रखा जाना चाहिए।
- भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) और स्थानीय अधिकारियों जैसे आधिकारिक स्रोतों से मौसम के पूर्वानुमान और अलर्ट पर नजर रखें।
दी गई जानकारी रोजाना PDF मे अपडेट होती है आप pdf डाउनलोड भी कर सकते है
किसानों के लिए फसल सलाह एंव कृषि परामर्श
Download PDFकिसानों के लिए विशेष सलाह –
- जब तक मौसम साफ न हो जाए, बुवाई या कीटनाशक का छिड़काव स्थगित करें।
- खेतों में उचित जल निकासी सुनिश्चित करें; नालियों, मोड़ों और निकास रास्तों को साफ रखें।
- यदि बहाव का जोखिम अधिक हो, तो धान की नस्ल को पॉलीथीन या शेड नेट से ढक दें।
- बीज, उर्वरक और औजारों को ऊंचाई पर, जलरोधक स्थानों में रखें।
- सिंचाई की फसलों को सहारा देने के लिए बाँस या जाल से मजबूत सहारा दें।
- जलभराव वाले खेतों में मशीनरी का उपयोग न करें।
- पशुओं को खुर घाव (फुट रॉट) और सांस संबंधी संक्रमणों से बचाने के लिए टीकाकरण या उपचार कराएं (यदि आवश्यक हो)।
- पशुओं को घर के अंदर या मजबूत शेड में रखें, बिजली चमकने या तेज हवा के दौरान पशुओं को चराने न ले जाएं।
इसी प्रकार की मौसम संबंधित जानकारी के लिए कृषिखबर24 पर विजिट करते रहे, और अन्य किसान भइयों तक भी जानकारी साझा अवश्य करे, धन्यवाद आपका दिन शुभ हो |












